कस्बे के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल में चल रही 64 वीं जिलास्तरीय छात्रा वर्ग खेलकूद प्रतियोगिता का समापन सोमवार को हुआ। प्रतियोगिता की शुरुआत से लेकर समापन तक आयोजित विभिन्न खेलों में बालिका स्कूल की टीम कबड्डी मैच में ही फाइनल तक टिक पाई, बाकि में टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा। प्रतियोगिता में बाहर से आई निजी व सरकारी स्कूलों की टीमों का दबदबा रहा। समापन पर अतिथियों ने विजेता व उपविजेता टीमों को ट्रॉफी व पुरस्कार प्रदान किए।
राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल में चल रही खेलकूद प्रतियोगिता में आयोजित हुए फाइनल मैच में कबड्डी 17 वर्ष में राबाउमावि मानपुर, 19 वर्ष में राउमावि दुब्बी, बॉस्केटबॉल 17 वर्ष में सरस्वती विद्या बिहार बांदीकुई, 19 वर्ष में फ्रेम इंटरनेशनल दौसा, खो-खो 17 वर्ष में रामावि सीकरी, 19 वर्ष में राबाउमा मंड़ावर, बॉलीवॉल 17 वर्ष में राउमावि धनावड़, 19 वर्ष में राआउमा लालपुरा, जिम्नास्टिक 17 वर्ष में रामावि हेमल्यावास, 19 वर्ष में रामावि हेमल्यावास, टेबल टेनिस 17 वर्ष में राआउमावि रोहड़ा कला, 19 वर्ष में राउमावि रोहड़ा कला, बैडमिंटन 17 वर्ष में रेलवे सीनियर स्कूल बांदीकुई, 19 वर्ष में राउमावि रायपुरा ने फाइनल जीता। दो चरणों में आयोजित हुई खेलकूद प्रतियोगिताओं में स्थानीय स्कूल की टीम अन्य किसी भी खेल में फाइनल में जगह नहीं बना पाई। दोपहर को आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता के समापन पर जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम मीना, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रेश कुमारी, सीबीईओ मोहनलाल बैरवा, जिप सदस्य सुनीता सैनी, कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़, प्रधान बदाम सैनी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शिवराम मीना, सरपंच प्रभाती देवी बसवाल, पूर्व प्रधान लटूरमल सैनी ने विजेता व उपविजेता टीमों को ट्रॉफी व सांत्वना पुरस्कार वितरित किए।
इस दौरान अतिथियों ने कहा कि प्रतियोगिताओं के आयोजनों से ग्रामीण परिवेश से प्रतिभाएं निकलकर तहसील, जिला, प्रदेश एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाती हैं। इसके लिए स्कूलों को भी छात्र एवं छात्रा खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन की आवश्यकता है। समारोह में प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली छात्रा खिलाडिय़ों के लिए भोजन एवं आवास सुविधा उपलब्ध कराने वाले भामाशाहों का सम्मान किया गया।
मानपुर| खेलकूद प्रतियोगिता के समापन पर पुरस्कार वितरित करते अतिथि।
मानपुर कबड्डी में विजेता, अन्य खेलों में बाहर से आई टीमों का रहा दबदबा
• Ashok Parik